The पारद शिवलिंग का अभिषेक Diaries
The पारद शिवलिंग का अभिषेक Diaries
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फुलेरा दूज के दिन पूजा का फल प्राप्त करने के लिए जरूर करें ये जरूरी काम
It is usually recommended by our sages to adore and worship Parad Shivling, this lead them to become infused with amazing valour, invincibility, introducing to their fame and recognition considerably and extensive-spreading Nearly over The full environment. It's best advisable for Peace, prosperity and happiness.
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- इत्र मिले जल से अभिषेक करने से रोग नष्ट होते हैं।
जो भी मनुष्य पारद शिवलिंग की पूजा-अर्चना करेगा उस पर मेरी कृपा सदा बनी रहेगी और अकाल मृत्यु, दुःख, दरिद्रता जैसे समस्त दुखों से मुक्ति मिलेगी एवं उसके more info मान-सम्मान, यश, धन, एवं ऐश्वर्या में वृद्धि होगी। अंत में वह सब सुखो को भोग कर मोक्ष को प्राप्त करेगा ।
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वैसे तो नर्मदेश्वर शिवलिगं श्रेणी के शिवलिंग को प्राण प्रतिष्ठा की जरूरी नहीं होती है और पारद शिवलिंग भी अपने आप में एक पवित्र लिंगम है पर फिर भी शिवलिंग को घर में स्थापित करने से पहले उसकी भली प्रकार पूजा अर्चना किया जाना बहुत आवश्यक है। आइये जानते है किसी भी पारद शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा
इस शिवलिंग की पूजा करने से सकारात्मक ऊर्जा का विकास होता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
पारद शिवलिंग के दाहिने तरफ घी का दीपक जलाएं।
आपको अपने घर में बड़ा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए।
'ऐं ह्रीं श्रीं 'ॐ नम: शिवाय' : श्रीं ह्रीं ऐं'
यह शिवलिंग आपके घर के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का विस्तार करता है जिसके माध्यम से पारिवारिक जन में आपसी मतभेद नहीं होते और प्रेम-सौदार्ह का माहौल बना रहता है।
काही जण शिवपिंड ठेवतात आणि १२ तास बाहेर असतात पण घरातल्या पिंडीवर साधे पाणी सुद्धा अर्पण करण्यासाठी त्यांना वेळ मिळत नाही.